पौधे का वैज्ञानिक या औषधीय नाम - Daphne Mezereum Linnious है।
विभिन्न भाषाओं में इस वनस्पति का प्रचलित नाम - हिंदी में इसे मझेरीयून, अंग्रेजी में इसे Mezereon लैटिन में इसे Daphne Mezereum तथा अन्य स्थानीय भाषा में इसके प्रचलित नाम अनुपलब्ध है।
वंश - यह Thymelaeaceae कुल की वनस्पति है। इस कुल में इसकी लगभग 70 जातिया पायी जाती है। जिसमे मात्र 8 अन्य जातिया भारत में पाई जाती है लेकिन Daphne Mezereum Linnious भारत में अनुपलब्ध है। । इसमें से अधिकांश का उपयोग कागज़ उद्द्योग में होता है।
निवास - यह वनस्पति यूरोप उत्तरी अमेरिका में फैली हुयी है आस्ट्रेलिया, एशिया, और पैसीफिक, सब ट्रॉपिकल शीतोष्ण क्षेत्रों में बहुतायत रूप में पायी जाती है। भारत में यह विदेशो से आयात की जाती है। इसकी छालों का व्यापार अल्जीरिया और दक्षिणी फ्रांस करते है।
पौधा का वर्णन - यह एक छोटे कद का वृक्ष है। इसका तना काष्ठीय, कठोर, चिकना, और छाल दागदार भूरा होता है। इसकी पत्तिया गहरे हरे रंग की तथा आकार गोलाई लिए हुए भालाकार होती है। इसके छोटे पत्र वृन्तो पर पत्तिया चक्राकार (Spirrdly) सज्जा में लगती है। इसकी पत्तिया लघु स्थायी होती है पत्तियों के शिखर गुच्छो के निचे दो से चार की अदद में वृन्त विहीन गुलाबी या लाल फूल समूह में होती है फूलो के पुमंग (Androecium) में 8 अदद पुंकेशर होते है और जयांग (Gyanecium) में छोटा होता है इसके फल लाल अण्डाकार खोल में सुरक्षित रहते है। इसका पौधा नमी या शीलं वाले पहाड़ो और जंगलो में होता है।
औषधीय कार्य के लिए पौधा का उपयोगित भाग - औषधीय कार्य के लिए इस वनस्पति के तने और जड़ो की छाल व्यवहार की जाती है इसकी छालों का संकलन सरद ऋतू में किया जाता है।
वनस्पति से प्राप्त रासायनिक पदार्थ - इस वनस्पति की छालों में Daphnin, Mezerein, Mezerinicaldehyde, Mucilage, Oil, Enzymes, Glycoside, Resine, Coumarin पाए जाते है।
रासायनिक पदार्थो के गुण धर्म और शारीरिक क्रियाये - इस वनस्पति से प्राप्त रासायनिक पदार्थ उच्च रक्तचाप को कम करते है। लार ग्रंथिया (Salivary gland) के श्राव को कम करने के लिए किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले रसायन छोटी आंत और बड़ी आंत के क्रमाकुंचन गति (Peristalsis Moment) तथा यकृत की पित्त प्रडाली को नियंत्रित करते है।
वनस्पति के व्यवहार का प्रचलित स्वरुप - औषधीय कार्य के लिए इस वनस्पति की छालों का क्वाथ (Decoction), Tincture, Ointment, Medicated Oil आदि कई रूपों में व्यवहार किये जाते है।
Pic credit - Google/https://species.wikimedia.org |
विभिन्न भाषाओं में इस वनस्पति का प्रचलित नाम - हिंदी में इसे मझेरीयून, अंग्रेजी में इसे Mezereon लैटिन में इसे Daphne Mezereum तथा अन्य स्थानीय भाषा में इसके प्रचलित नाम अनुपलब्ध है।
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वंश - यह Thymelaeaceae कुल की वनस्पति है। इस कुल में इसकी लगभग 70 जातिया पायी जाती है। जिसमे मात्र 8 अन्य जातिया भारत में पाई जाती है लेकिन Daphne Mezereum Linnious भारत में अनुपलब्ध है। । इसमें से अधिकांश का उपयोग कागज़ उद्द्योग में होता है।
निवास - यह वनस्पति यूरोप उत्तरी अमेरिका में फैली हुयी है आस्ट्रेलिया, एशिया, और पैसीफिक, सब ट्रॉपिकल शीतोष्ण क्षेत्रों में बहुतायत रूप में पायी जाती है। भारत में यह विदेशो से आयात की जाती है। इसकी छालों का व्यापार अल्जीरिया और दक्षिणी फ्रांस करते है।
पौधा का वर्णन - यह एक छोटे कद का वृक्ष है। इसका तना काष्ठीय, कठोर, चिकना, और छाल दागदार भूरा होता है। इसकी पत्तिया गहरे हरे रंग की तथा आकार गोलाई लिए हुए भालाकार होती है। इसके छोटे पत्र वृन्तो पर पत्तिया चक्राकार (Spirrdly) सज्जा में लगती है। इसकी पत्तिया लघु स्थायी होती है पत्तियों के शिखर गुच्छो के निचे दो से चार की अदद में वृन्त विहीन गुलाबी या लाल फूल समूह में होती है फूलो के पुमंग (Androecium) में 8 अदद पुंकेशर होते है और जयांग (Gyanecium) में छोटा होता है इसके फल लाल अण्डाकार खोल में सुरक्षित रहते है। इसका पौधा नमी या शीलं वाले पहाड़ो और जंगलो में होता है।
औषधीय कार्य के लिए पौधा का उपयोगित भाग - औषधीय कार्य के लिए इस वनस्पति के तने और जड़ो की छाल व्यवहार की जाती है इसकी छालों का संकलन सरद ऋतू में किया जाता है।
वनस्पति से प्राप्त रासायनिक पदार्थ - इस वनस्पति की छालों में Daphnin, Mezerein, Mezerinicaldehyde, Mucilage, Oil, Enzymes, Glycoside, Resine, Coumarin पाए जाते है।
रासायनिक पदार्थो के गुण धर्म और शारीरिक क्रियाये - इस वनस्पति से प्राप्त रासायनिक पदार्थ उच्च रक्तचाप को कम करते है। लार ग्रंथिया (Salivary gland) के श्राव को कम करने के लिए किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले रसायन छोटी आंत और बड़ी आंत के क्रमाकुंचन गति (Peristalsis Moment) तथा यकृत की पित्त प्रडाली को नियंत्रित करते है।
वनस्पति के व्यवहार का प्रचलित स्वरुप - औषधीय कार्य के लिए इस वनस्पति की छालों का क्वाथ (Decoction), Tincture, Ointment, Medicated Oil आदि कई रूपों में व्यवहार किये जाते है।
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